भावनात्मक शरीर मनमोहक चेहरा किसी भी उम्र मे कर्क राशि वालो का देखा जा सकता है। अपने को किसी न किसी काम मे लगाये हुये मन के अन्दर दुविधा को समेटे हुये परिवार की बातो को हमेशा अपमान से शते हुये बैंक बीमा फ़ायनेंस मे काम करते हुये विदेशी परिवेश को अपनाते हुये इसी क्षेत्र मे ऊंची डिग्री आदि लेकर काम के लिये आजीवन भटकते हुये जीवन साथी के मामले मे हमेशा दुखी और कठोर स्वभाव से परेशान होते हुये देखा जा सकता है,अक्सर जोखिम लेने के मामले मे अपने अपमान को दूर करने के लिये अपने अन्दरूनी मित्रो की सहायता के लिये आतुर अपने बारे मे सब कुछ अपने मित्रो को बताने के लिये उत्सुक पराशक्तियों के मामले मे कैसे धन आये और किस प्रकार से खरीद बेच आदि से काम चलाया जाये उसके लिये अपने मित्रो की सहायता के लिये भागते हुये कमन्यूकेशन के साधनो पर हमेशा ही किसी न किसी प्रकार से खर्च करते हुये भाग्य के लिये बडे संस्थानो या विदेशी कालेज आदि के लिये अपनी इच्छा को रखते हुये काम के अन्दर वही काम जो इन्सानी शरीर के लिये प्रयोग मे आते हो खोपडी मे जोखिम आदि की बाते समझाते हुये धन के लिये हमेशा ऊंची संगति को अपनाते हुये तथा सबसे अधिक खर्चा लोगो से मिलने जुलने मे पेट्रोल डीजल और छोटी यात्राओ को करते हुये देखा जा सकता है।
इस राशि के लोग भावना से पूर्ण होते है इन्हे गाना बजाना और संगीत सुनना अच्छा लगता है इनके लिये इनकी निवास की साज सज्जा को देखना और इनके खुद के द्वारा अपने निवास मे कलाकारी करना आदि बाते भी देखी जा सकती है अक्सर इस राशि वालो को बागवानी और तरह तरह के पेड लगाने की अच्छी कला मालुम होती है सबसे अधिक एक्वेरियम अगर मिलते है तो कर्क राशि वालो के पास ही मिलते है अधिक कन्या सन्तान को देखना है तो इन्ही के घरो को देखा जा सकता है,अक्सर बडी संतान से इनकी बनती नही है और बनती भी है तो वह दूर जाकर ही अपने जीवन के प्राथमिक क्षेत्र मे पलती है। अगर स्त्री कुंडली है तो सबसे अधिक प्रभाव पति का देखा जा सकता है वह जीवन मे अपने दो रूप लेकर चलता है पहले के रूप मे वह अक्स्र उन्ही क्षेत्रो से धन को लाता है जहां से जल्दी से धन कमाया जा सकता है और दूसरे क्षेत्र मे धन के नही आने से वह किसी न किसी प्रकार के व्यसन मे लग जाता है और वह अपने लिये धन कमाने की वजाय अपनी पत्नी पर निर्भर हो जाता है साथ ही पत्नी से उस समय मे उसकी बनती भी नही है जब भी बनती है तो केवल धन के कारणो के लिये ही बनती है। इस राशि की महिलाये अक्सर अपने पति के परिवार से दूर रहती है और अपनी सास से अक्सर दिमागी रूप से जूझती ही रहती है सास भी अक्सर बात की पक्की होती है और वह अपने अनुसार ही घर को चलाना चाहती है और इस राशि वाले अपने लिये कम ही साधन इकट्ठे कर पाते है वह दूसरे के बहुत काम आने वाले होते है अगर इनके मन मे एक बार किसी प्रकार से प्रवेश कर लिया गया तो वह आजीवन अपनी धारणा को बनाकर रख सकते है। कर्क राशि के ग्यारहवे भाव मे वृष राशि होने इन्हे वही मित्र अच्छे लगते है जो धन की कीमत को समझते है,साथ ही इन्हे धन से सम्ब्नधित व्यक्तियों मे बहुत अधिक आस्था होती है. जब भी कोई बडी बात बनती है तो यह हमेशा ही उन्ही लोगो की शरण मे जाते है और उनकी किसी भी समस्या का अन्त हो जाता है। मित्रो मे अक्सर इनके वृष राशि वाले ही मित्र अधिक होते है साथ ही इनके शत्रुओ मे धनु राशि वाले माने जाते है।
पुरुषो मे राजनीति मे जाने की अतीव इच्छा होती है और अक्सर वे जीवन के दूसरे पडाव मे सफ़ल भी होते है लेकिन एक बार सफ़ल होने के बाद उन्हे राजनीति से दिक्कत आने लगती है और अपनी कोमल भावनाओ के कारण वह राजनीति मे रह नही पाते है और रहते भी है तो वे दूसरो के इशारे पर चलने वाले होते है उन्हे यह पता नही होता है कि वे क्या कर रहे है और उनके द्वारा किये गये काम का प्रतिफ़ल क्या होगा। इन्हे प्राइवेट रूप से अपना काम करने की बडी जल्दी होती है यह अपने लिये जल्दी से किसी न किसी कम्पनी को खोल भी लेते है और कुछ समय तक वह चलती भी है लेकिन जल्दी ही उनका मन अपने निजी कामो से भर जाता है और वे एक नौकर की भांति आजीवन लगे रहते है जीवन के अन्तिम समय उन्हे चलने फ़िरने मे भी दिक्कत आजाती है और किसी न किसी सहारे के बिना वे चल भी नही पाते है। इसका कारण उनके चौथे भाव मे शुक्र की तुला राशि होने से शरीर का भारी हो जाना जवानी के समय मे बाहरी भोजन का अधिक करना अपने मन से शादी आदि करना भी माना जाता है। पति या पत्नी भी अपने कामो के अन्दर व्यवसाय वाले काम ही अपनाती है और अपने जीवन काल मे इन्हे घर बनाने बाग लगाने पानी के साधन बनाने लोगो की सहायता करने आदि मे बहुत जल्दबाजी होती है। इन्हे वृश्चिक राशि वाले बहुत अच्छे लगते है उनकी बाते और उनके रहस्य यह खोलना चाहते है लेकिन वह अपनी भावनाओ के आगे कुछ भी कह भी नही पाते है और इस राशि से वृश्चिक राशि वाले फ़ायदा उठाते भी देखे गये है। अद्भुत चीजो से इन्हे जल्दी फ़ायदा होता है जैसे ब्रोकर वाले काम यह आसानी से कर सक्ते है और जब इन्हे लाभ होता है तो अनाप सनाप रूप से होता है लेकिन जब घाटा होता है तो रोज कुआ खोदना और रोज पानी पीने जैसे हालात हो जाते है।
इस राशि के लोग भावना से पूर्ण होते है इन्हे गाना बजाना और संगीत सुनना अच्छा लगता है इनके लिये इनकी निवास की साज सज्जा को देखना और इनके खुद के द्वारा अपने निवास मे कलाकारी करना आदि बाते भी देखी जा सकती है अक्सर इस राशि वालो को बागवानी और तरह तरह के पेड लगाने की अच्छी कला मालुम होती है सबसे अधिक एक्वेरियम अगर मिलते है तो कर्क राशि वालो के पास ही मिलते है अधिक कन्या सन्तान को देखना है तो इन्ही के घरो को देखा जा सकता है,अक्सर बडी संतान से इनकी बनती नही है और बनती भी है तो वह दूर जाकर ही अपने जीवन के प्राथमिक क्षेत्र मे पलती है। अगर स्त्री कुंडली है तो सबसे अधिक प्रभाव पति का देखा जा सकता है वह जीवन मे अपने दो रूप लेकर चलता है पहले के रूप मे वह अक्स्र उन्ही क्षेत्रो से धन को लाता है जहां से जल्दी से धन कमाया जा सकता है और दूसरे क्षेत्र मे धन के नही आने से वह किसी न किसी प्रकार के व्यसन मे लग जाता है और वह अपने लिये धन कमाने की वजाय अपनी पत्नी पर निर्भर हो जाता है साथ ही पत्नी से उस समय मे उसकी बनती भी नही है जब भी बनती है तो केवल धन के कारणो के लिये ही बनती है। इस राशि की महिलाये अक्सर अपने पति के परिवार से दूर रहती है और अपनी सास से अक्सर दिमागी रूप से जूझती ही रहती है सास भी अक्सर बात की पक्की होती है और वह अपने अनुसार ही घर को चलाना चाहती है और इस राशि वाले अपने लिये कम ही साधन इकट्ठे कर पाते है वह दूसरे के बहुत काम आने वाले होते है अगर इनके मन मे एक बार किसी प्रकार से प्रवेश कर लिया गया तो वह आजीवन अपनी धारणा को बनाकर रख सकते है। कर्क राशि के ग्यारहवे भाव मे वृष राशि होने इन्हे वही मित्र अच्छे लगते है जो धन की कीमत को समझते है,साथ ही इन्हे धन से सम्ब्नधित व्यक्तियों मे बहुत अधिक आस्था होती है. जब भी कोई बडी बात बनती है तो यह हमेशा ही उन्ही लोगो की शरण मे जाते है और उनकी किसी भी समस्या का अन्त हो जाता है। मित्रो मे अक्सर इनके वृष राशि वाले ही मित्र अधिक होते है साथ ही इनके शत्रुओ मे धनु राशि वाले माने जाते है।
पुरुषो मे राजनीति मे जाने की अतीव इच्छा होती है और अक्सर वे जीवन के दूसरे पडाव मे सफ़ल भी होते है लेकिन एक बार सफ़ल होने के बाद उन्हे राजनीति से दिक्कत आने लगती है और अपनी कोमल भावनाओ के कारण वह राजनीति मे रह नही पाते है और रहते भी है तो वे दूसरो के इशारे पर चलने वाले होते है उन्हे यह पता नही होता है कि वे क्या कर रहे है और उनके द्वारा किये गये काम का प्रतिफ़ल क्या होगा। इन्हे प्राइवेट रूप से अपना काम करने की बडी जल्दी होती है यह अपने लिये जल्दी से किसी न किसी कम्पनी को खोल भी लेते है और कुछ समय तक वह चलती भी है लेकिन जल्दी ही उनका मन अपने निजी कामो से भर जाता है और वे एक नौकर की भांति आजीवन लगे रहते है जीवन के अन्तिम समय उन्हे चलने फ़िरने मे भी दिक्कत आजाती है और किसी न किसी सहारे के बिना वे चल भी नही पाते है। इसका कारण उनके चौथे भाव मे शुक्र की तुला राशि होने से शरीर का भारी हो जाना जवानी के समय मे बाहरी भोजन का अधिक करना अपने मन से शादी आदि करना भी माना जाता है। पति या पत्नी भी अपने कामो के अन्दर व्यवसाय वाले काम ही अपनाती है और अपने जीवन काल मे इन्हे घर बनाने बाग लगाने पानी के साधन बनाने लोगो की सहायता करने आदि मे बहुत जल्दबाजी होती है। इन्हे वृश्चिक राशि वाले बहुत अच्छे लगते है उनकी बाते और उनके रहस्य यह खोलना चाहते है लेकिन वह अपनी भावनाओ के आगे कुछ भी कह भी नही पाते है और इस राशि से वृश्चिक राशि वाले फ़ायदा उठाते भी देखे गये है। अद्भुत चीजो से इन्हे जल्दी फ़ायदा होता है जैसे ब्रोकर वाले काम यह आसानी से कर सक्ते है और जब इन्हे लाभ होता है तो अनाप सनाप रूप से होता है लेकिन जब घाटा होता है तो रोज कुआ खोदना और रोज पानी पीने जैसे हालात हो जाते है।
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