Wednesday, April 14, 2010

दसवां शनि

दसवा भाव कालपुरुष के अनुसार शनि की ही राशि मकर राशि होती है। मकर राशि का स्वभाव होता है कि वह किसी भी किये गये काम को दुबारा से करवाती है। मकर राशि का सीधा सम्बन्ध वृष राशि से और कन्या राशि होता है,जो भी असर काम धन्धे के मामले में जातक के लिये मकर राशि के होते है वही असर वृष और कन्या राशि के लिये माने जाते है।मकर राशि का शनि अगर सही कार्य करवाता है तो वह सीधा वृष राशि से सम्बन्ध रखता है और अगर बुरा असर देना होता है तो वह सीधा कन्या राशि से अपना असर देना चालू कर देता है। वृष से अपना असर लेकर वह कन्या को देता है तो जातक को धन के द्वारा और परिवार के द्वारा भौतिक वस्तुओं के द्वारा जातक की सहायता रोजाना के कामो में कर्जा दुश्मनी बीमारी और सन्तान की बढोत्तरी के लिये फ़ायदा देना शुरु कर देता है और अगर वह जातक को दुख देना चाहता है तो वह अपना असर कन्या राशि से लेकर वृष राशि पर देना शुरु कर देता है,उन कारणों से जातक को अपने धन और कुटुम्ब तथा भौतिक साधनों की समाप्ति कर्जा दुश्मनी बीमारी या रोजाना के कामों के प्रति करने लगता है। मकर राशि में शनि के अलावा भी अगर कोई ग्रह होता है तो वह उसका भी असर दोहरा कर देती है,जैसे शुक्र के होने से जातक की दो पत्नी होती है,पहली या तो मर गयी होती है या काफ़ी समय तक रिस्ता चलने के बाद हमेशा के लिये खत्म हो गया होता है,उसी प्रकार से अगर मकर राशि में गुरु होता है तो जातक के दो भाई होते है लेकिन औकात यानी पुरुष संतति एक की ही चल पाती है,एक भाई समाप्त हो जाता है अथवा एक बिलकुल ही नेस्तनाबूद हो जाता है। इसी प्रकार से मकर राशि का बुध राजयोग कारक हो जाता है यानी जो केवल कमन्यूकेशन या बातों का व्यापार करना जानता है,अक्सर बातों के व्यापार करने वाले लोगों के अन्दर शनि की मकर राशि होने से शनि की चालाकी का असर जरूर मिल जाता है और वह झूठ बोलने या फ़रेब का सहारा लेकर अपने काम को चलाने लगता है,साधारण आदमी मेहनत करने के बाद अपने कार्य को बडी मुश्किल से कर पाता है जब कि मकर राशि के बुध वाला जातक अपने काम को बडी ही चतुराई से करता हुआ निकल जाता है। मकर राशि का शनि भी दोहरी नीति को चलने के लिये माना जाता है शनि अगर जन्म समय में मार्गी है तो जान लेना चाहिये कि जातक के लिये जीवन भर कठिन मेहनत का सामना करना पडेगा और अगर वह जन्म समय में बक्री है तो जातक को मेहनत के लिये शरीर की बजाय दिमाग की मेहनत करने का अवसर मिलने लगेगा,लेकिन बक्री  और मार्गी शनि गोचर के समय जब जिस भाव में बक्री होता है तो परेशानी का कारण बनाने लगता है .शनि वाले कामों के अन्दर मकर राशि के द्वारा जो भी कार्य देखे जाते है उनके अन्दर सबसे पहले राज्य वाले कामों को देखा जाता है मार्गी शनि लेबर वाले कामों की तरफ़ ले जाता है और मार्गी शनि ठेकेदारी या दिमाग से कमाने वाले कामों मे ले जाता है,उसके बाद शनि का असर मीन राशि में होने के कारण जातक को कार्यों के प्रति किसी बडे संस्थान जैसे जेल आदि के लिये कार्य करना पडता है अथवा वह विदेश की नीतियों वाले कार्य या विदेश वाले कामों के लिये अपना कार्य करता है,शनि तिरछी नजर लगन पर होने के कारण शनि अक्सर शरीर को कष्ट पहुंचाने का कार्य करता है,जो भी नाम या कुल के अनुसार कार्य होते है तो वह उन कार्यों के अनुसार कार्य नही करने देता है। लेकिन बक्री शनि समाज के कार्यों के प्रति अपने अपने भावों के अनुसार जल्दी से निपटाने का कार्य करने लगता है।

मार्गी शनि शरीर को कष्ट देता है और बक्री शनि दिमागी रूप से परेशान करने के लिये माना जाता है,इस शनि का मुख्य कारण धन के प्रति होता है,इसके बाद शनि की सप्तम नजर कर्क राशि पर होने के कारण जातक के लिये घर के काम और जन्म स्थान के कामों के लिये अपनी चाहत भी देता है,बक्री शनि अपनी दिमागी ताकत से घर बनाने के लिये आगे आता है तो मार्गी शनि शरीर के द्वारा पसीना बहाने के द्वारा मकान और रहने के स्थान को बनाने के लिये अपना कार्य करता है। मकर राशि के शनि का सबसे बुरा असर जीवन साथी के भाव में होता है अगर शनि मार्गी है तो गृहस्थी चलाने के लिये लोहे के चने चबाने पडते है,और अगर बक्री हो तो जीवन साथी अपने फ़रेबी कारणों से जातक का अपमान करने से नही चूकता है। अक्सर मार्गी शनि के होने से जातक के अन्दर बल और वीर्य की अधिकता होने से जातक का जीवन साथी उससे दूर भागने लगता है जबकि बक्री शनि के होने के समय जातक के बल और वीर्य में कमी होने से जातक का जीवन साथी उसे अपने इशारे पर नचाना चालू कर देता है। जातक के जीवन में दसवा शनि अगर मार्गी होता है तो देर से उन्नति को दे पाता है और बक्री होता है तो जल्दी से उन्नति भी देता है और गोचर से बक्री होने के समय अवनति भी देता है। दसवा शनि मार्गी होने पर न्याय को मानने वाला होता है और बक्री शनि न्याय को नही मान कर उसके ऊपर अपने दिमाग से विजय पाने वाला होता है.

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